जीवन बीमा, मानव जीवन से जुड़ी आकस्मिकताओं, जैसे कि मृत्यु, विकलांगता, दुर्घटना, सेवानिवृत्ति आदि के लिए एक वित्तीय सुरक्षा है। प्राकृतिक या दुर्घटना कारणों से मानव जीवन से मृत्यु और विकलांगता के जोखिम जुड़े रहते हैं। किसी मनुष्य की मृत्यु होने या स्थायी अथवा अस्थायी रूप से विकलांग हो जाने पर परिवार की आय की हानि होती है।
यद्यपि मानव जीवन अनमोल है, लेकिन भावी वर्षों की आय में हानि के आधार पर एक धनराशि निर्धारित की जा सकती है। इसलिए, जीवन बीमा में, परिपक्वता/निश्चित धनराशि (या वह धनराशि, हानि की स्थिति में जिसका भुगतान किए जाने की गारंटी होती है), एक प्रकार का ‘‘लाभ’’ होता है। पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाने या किसी दुर्घटना के कारण अपंग हो जाने की स्थिति में जीवन बीमा उत्पाद, एक निश्चित मात्रा में धनराशि प्रदान करते हैं।
प्रमुख रूप से कोई भी ऐसा व्यक्ति, जिसके परिवार के लिए उसका सहारा आवश्यक हो तथा वह आय अर्जित करता हो, उसके लिए जीवन बीमा आवश्यक होता है।
जीवन बीमा इसलिए आवश्यक हैः
* यह सुनिश्चित करने के लिए, कि आपके निधन की स्थिति में आपके निजी परिवार को कुछ वित्तीय सहायता मिल जाए
* आपके बच्चों की शिक्षा तथा दूसरी आवश्यकताओं के वित्तपोषण के लिए
* भविष्य हेतु एक बचत योजना अपनाने के लिए, ताकि रिटायरमेंट के बाद आपको आय का एक नियमित स्रोत मिले
* गंभीर बीमारी या दुर्घटना के कारण आपकी आय घट जाने पर आपकी अतिरिक्त आय सुनिश्चित करने के लिए
* अन्य वित्तीय आकस्मिकताएँ तथा जीवनशैली संबंधी जरूरतें पूरी करने के लिए