रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट (Assistant Loco Pilot-ALP) का रोल काफी अहम होता है. असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेन ड्राइवर करने में लोको पायलट की मदद करता है. असिस्टेंट लोको पायलट की नौकरी के लिए लगातार ध्यान बनाये रखने और तुरंत कार्य करने की क्षमता होना बहुत जरूरी है. असिस्टेंट लोको पायलट ट्रेन को ड्राइव करते समय लोको पायलट के कार्यों जैसे सिग्नल भेजना, लोको के सही तरीके से चलते रहने और छोटी-मोटी रिपेयरिंग को ठीक करने में मदद करता है.
रेलवे में असिस्टेंट लोको पायलट को प्रमोशन देकर सीनियर असिस्टेंट लोको पायलट और उसके बाद लोको पायलट बनाया जाता है. लोको पायलट के बाद उम्मीदवार पॉवर कंट्रोलर, क्रू कंट्रोलर, लोको फोरमैन (लोको सुपरवाइजर) बन सकते हैं. इन पदों पर बिना लोको में ट्रवेल किये रनिंग अलाउंस मिलता है.