'रावण हत्था' वाद्य यंत्र :
यह एक भारतीय वाद्य यंत्र है।
यह प्रमुख रूप से राजस्थान और गुजरात में बजाया जाता है।
रावण ने इसका आविष्कार किया था।
रावण के ही नाम पर इसे 'रावण हत्था' या 'रावण हस्त वीणा' कहा जाता है। कुछ जानकार इसे वायलिन का पूर्वज भी बताते हैं।
इसे बाद में सारंगी के रूप में विकसित किया गया।