भारत के आधुनिक बैंकिंग की शुरुआत ब्रिटिश राज में हुई। 19 वीं शताब्दी के आरंभ में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने 3 बैंकों की शुरुआत की - बैंक आफ बंगाल 1809 में, बैंक ओफ़ बॉम्बे 1840 में और बैंक ओफ़ मद्रास 1843 में। लेकिन बाद में इन तीनों बैंको का विलय एक नये बैंक 'इंपीरियल बैंक' में कर दिया गया जिसे सन 1955 में 'भारतीय स्टेट बैंक' में विलय कर दिया गया।