अर्धचालक में मुक्त इलेक्ट्रॉन (आवेश) का घनत्व का मात्रा कुचालक से कम होती है तथा कुचालक से अधिक होती है और यही कारण होता है कि अर्धचालकों में विद्युत धारा का प्रवाह चालकों से कम और कुचालकों से अधिक होता है। अर्थात अर्धचालक में विद्युत का प्रवाह चालक और कुचालकों के मध्य की पायी जाती है।