मानव शरीर में नसों की लंबाई 97000 किमी. होती है। नसें शरीर की सबसे दृढ और मजबूत सामग्री है। जब कभी दुर्घटना होने पर हड्डियाँ टूट जाती और पेशियाँ कट जाती हैं लेकिन नसों का कुछ नहीं होता है। कभी कभी इनमें सूजन हो जाती है। लेकिन इसके कट जाने से बहुत अधिक खून बहता है जिससे आदमी मर भी सकता है। नसों पर मुहावरें भी अधिक है जैसे– नसें ढीली होना यानि थकावट आना, शिथिलता होना या पस्त होना। नस नस में यानि सारे शरीर में। नस नस फड़क उठना यानि बहुत अधिक प्रसन्नता होना, अति आनंद होना या उमंग होना। नस भड़कना या नस चढना यानि विक्षिप्त होना, पागल होना आदि