इसका नीले रंग से कोई संबंध नहीं है। जब एक कैलेंडर माह में दो पूर्णिमाएँ हों तो दूसरी पूर्णिमा का चाँद 'ब्लू मून' कहलाता है। दो पूर्णिमाओं के बीच 31 दिनों से कम के अंतराल के कारण ऐसी दुर्लभ खगोलीय घटना होती है। 2 जनवरी को भी पूर्णिमा थी और अब 31 जनवरी को पूर्णिमा के कारण ब्लू मून की स्थिति बनेगी।