-अवसाद का रोगी हमेशा चिड़चिड़ा रहता है तथा बहुत कम बोलता है। -अवसाद के रोगी भीतर से हमेशा बेचैन प्रतीत होते हैं तथा हमेशा चिन्ता में डूबे हुए दिखाई देते हैं। -यह कोई भी निर्णय लेने पर स्वयं को असमर्थ पाते हैं तथा हमेशा भ्रम की स्थिति में रहते हैं। -अवसाद का रोगी अस्वस्थ भोजन की ओर ज्यादा आसक्त रहता है।